आज के समय में हर सफल व्यवसाय के पीछे एक सफल डिजिटल मार्केटिंग रणनीति होती है। अगर आप बेहतर डिजिटल मार्केटिंग रणनीति बना लेते हैं तो अपने व्यावसायिक लक्ष्यों तक आप आसानी से पहुंच सकते हैं। अगर आप भी अपना व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं या कर रहे हैं तो सफलता के एडवांस डिजिटल मार्केटिंग कोर्स की मदद से व्यवसाय के लिए बेहतर रणनीति बनाना सीख सकते हैं। क्योंकि अक्सर सिर्फ रणनीति बनाना काफी नहीं होता है असली बात आती है कि जो डिजिटल मार्केटिंग रणनीति आपने बनाई है उसका आप पालन कर पा रहे हैं या नहीं। आज के समय में डिजिटल परिदृश्य हर दिन बदल रहा है।
Source: safalta
इस आर्टिकल में हम आपको डिजिटल मार्केटिंग रणनीति बनाने के 5 तरीके बता रहे हैं।ये भी पढ़ें ः वेबसाइट डिजाइनर्स जॉब
इन 5 तरीकों से करें शुरूआत बिजनेस में मिलेगा बंपर फायदा
1. लक्षित दर्शकों को समझना - सबसे पहले हमें अपने ब्रांड के अनुसार लक्षित दर्शकों को समझना चाहिए, जिसके लिए हमें हमारे प्रतिस्पर्धी ब्रांड अथवा कम्पनी के विश्लेषण का उपयोग करके पूरी तरह से बाजार रिसर्च करना चाहिए। हमारे ब्रांड से संबधित ग्राहकों की प्राथमिकता क्या है, परेशानियां क्या हैं और ग्राहक के व्यवहार को अच्छे से समझ कर हम रणनीतियां बनाकर हम अपने बिजनेस को काफी आगे ले जा सकते हैं।
2. एक मजबूत ऑनलाइन उपस्थिति का निर्माण - अपने ब्रांड की विश्वसनीयता स्थापित करने और ब्रांड की दृश्यता बढ़ाने के लिए, एक मजबूत ऑनलाइन उपस्थिति बनाना जरूरी है जिसके लिए हमें निवेश करना होता है।
हमें सर्च इंजनों के लिए एक ऑप्टिमाइज वेबसाईट विकसित करनी होती है जोकि उपयोगकर्ताओं के लिए भी आसान और ब्यावहारिक हो और साथ ही साथ सभी उपकरणों (मोबाईल, लैपटॉप,टेबलेट) में एक सहज ब्राउज़िंग अनुभव सुनिश्चित करती हो।
इसके आलावा उन सभी प्लेटफार्मों पर आकर्षक सोशल मीडिया प्रोफाइल बनाएं जहां आपके लक्षित दर्शक अधिक सक्रिय रहते हों। इन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों और वेबसाइट पर नियमित रूप से ब्लॉग पोस्ट करना, वीडियो और इंफोग्रॉफिक्स सहित जरूरी चीजें साझा करनी होतीं हैं | जिससे आप अपने दर्शकों के साथ गहराई से जुड़ जायेंगे।
3. एक प्रभावी कंटेंट मार्केटिंग रणनीति लागू करना - एक अच्छा कंटेंट अपने लक्षित दर्शकों को आकर्षित करने और जोड़ने के लिए बहुत जरूरी है।
आपको एक ब्यापक कंटेंट मार्केटिंग रणनीति विकसित करनी होती है जिसमे आपको आवश्यक, सूचनात्मक और मनोरंजक कंटेंट बनाना होता है । आपको नियमित ब्लॉग पोस्ट, ई-बुक पोस्ट करना होता है और साथ ही साथ केस स्टडी प्रकाशित करनी होती है जिसमें आपको अपने दर्शकों की परेशानियों को समझते हुए लगातार जरूरी कंटेंट देते रहना जरूरी होता है।
4. सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (एसईओ) का भरपूर उपयोग - अपनी ऑनलाइन दृश्यता बढ़ाने और ऑर्गेनिक ट्रैफ़िक चलाने के लिए,आपको सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO) को हमेशा प्राथमिकता देनी होती है । आपको अपने ब्रांड के अनुसार उचित कीवर्ड की पहचान करनी होती है, जिसके लिए आपको व्यापक कीवर्ड की तलाश करना होता है । पहचाने हुए कीवर्ड के साथ, अपनी वेब साईट के कंटेंट, मेटा टैग और शीर्षकों को ऑप्टिमाइज़ करना चाहिए, जिससे ये कीवर्ड अधिक से अधिक सर्च इंजन के पहुंच में आता है | आप अपने इंडस्ट्री से सम्बंधित प्रतिष्ठित वेबसाईट से उच्च - गुणवत्ता वाले बैकलिंक्स बनाना चाहिए, जिससे आपकी सर्च इंजन रैंकिंग में सुधार होता है। इसके कारण आर्गेनिक ट्रैफिक में जबरदस्त बढ़ोत्तरी होती है, जिससे कन्वर्जन रेट और बिजनेस आगे बढ़ता है।
5. डेटा-एनालिटिक्स का फायदा उठाना - आपको प्रभावी मार्केटिंग रणनीतियों को चलाने में डेटा के महत्व को समझना चाहिए । आपको वेबसाइट ट्रैफ़िक, कन्वर्जन रेट और ग्राहक के व्यवहार सहित अपने डिजिटल मार्केटिंग प्रयासों को मापने और ट्रैक करने के लिए विभिन्न एनालिटिक टूल्स का उपयोग करना होता है। अपनी डिजिटल मार्केटिंग रणनीति को ऑप्टिमाइज़ करने के लिए, आपको डेटा एनालिसिस करना होता है जिससे आपको अपने कैम्पेन परफार्मेंस के बारे जरूरी जानकारी मिल जाती है। कन्वर्जन रेट और पूरी तरह से आर ओ आई को अधिकतम बढ़ाने के लिए लगातार अलग अलग विज्ञापन प्रारूप, लैंडिंग पेज डिजाईन और कॉल तो एक्शन प्लेसमेंट का परिक्षण करना जरूरी है | इस डाटा के हिसाब से आप अपनी मार्केटिंग रणनीति में सुधार या बदलाव कर करते है, जिससे आप अंततः बंपर मुनाफा कमा सकते हैं।