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डिजिटल मार्केटिंग सेक्टर के ये 9 क्षेत्र दे रहे आकर्षक पैकेज वाली जॉब
- सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन : वर्ष 2015 के पहले सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन करने के टूल्स कम थे और मार्केटर्स के लिए ये करना आसान भी नहीं था लेकिन आज के समय में इसके बहुत सारे टूल्स आ गए हैं। हर कंपनी अपना कंटेंट गूगल सर्च में टॉप पर रखना चाहती है इसलिए इसकी डिमांड बहुत बढ़ गई है। आज के समय में सर्च इंजन ऑप्टिमाइजर की सैलरी 6 से 8 लाख रूपए सालाना है।
- सर्च इंजन मार्केटिंग : सर्च इंजन मार्केटिंग रणनीति का इस्तेमाल वेबसाइट्स, एप्स की दृश्यता बढ़ाने के लिए किया जाता है। आज के दौर में बढ़ते व्यापार में एसईएम की मांग बढ़ गई है हर कोई अपना व्यापार टॉप पर लाने के लिए इस तरह के रणनीति का उपयोग करते है, इस क्षेत्र में सर्च इंजन मार्केटर को 10 लाख प्रति वर्ष सालाना आय हो सकती है।
- सोशल मीडिया मार्केटिंग : आज के युग में सोशल मीडिया का महत्व अधिक बढ़ गया है, एक रिसर्च के मुताबिक भारत में 24 घंटे में लोग औसतन 2 घंटे सोशल मीडिया पर बिताते है जो मार्केटिंग का एक उम्दा क्षेत्र है आज लोग सोशल मीडिया के जरिये प्रोडक्ट को समझते है और खरीदते है इसलिए कंपनी सोशल मीडिया का भरपूर उपयोग करती है और इसलिए सोशल मीडिया मैनेजर की डिमांड बढ़ रही है। आज सोशल मीडिया मैनेजर की आय 30 से 50 हज़ार रूपये प्रति माह है।
- ई – मेल मार्केटिंग : आज के डिजिटल युग में ई-मेल मार्केटिंग सबसे सफल मार्केटिंग कहलाता है इस क्षेत्र में कहा जाता है एक डॉलर इन्वेस्ट किया ईमेल मार्केटिंग आपको 38 डॉलर बनाकर देता है, इस क्षेत्र में मार्केटिंग का कन्वर्शन रेट काफी अधिक होता है, लोगों तक अपना प्रोडक्ट, सेवा एवं व्यापार ईमेल के जरिये पहुचना ही ईमेल मार्केटिंग होता है जिसमें ईमेल मार्केटर की आय 30 से 60 हज़ार महीना तक होती है।
- एफिलिएट मार्केटिंग : किसी के व्यापार, प्रोडक्ट एवं सेवा को ऑनलाइन माध्यम से किसी दूसरे प्रसिद्ध यूट्यूब, वेबसाइट, ब्लॉग में प्रमोट करना और उसके बदले पैसे कमाने को एफिलिएट मार्केटिंग कहते हैं, इस क्षेत्र में हम यूट्यूब पर फेमस यू-ट्यूबर का उदाहरण देख सकते हैं जिन्हें एक प्रोडक्ट को प्रमोट करने पर अच्छी खासी रकम दी जाती है। इस क्षेत्र में युवा महीने के 21 हजार से शुरुआत 50 हज़ार रूपये तक कमा सकते है।
- यू-ट्यूब मार्केटिंग : एक स्ट्रेट्जी के तहत कंपनी यूट्यूब पर उपलब्ध ऐसे चैनल जिनकी रीच काफी ज्यादा है वहां अपने प्रोडक्ट एवं सेवा को वीडियो के जरिये प्रमोट करना यूट्यूब मार्केटिंग कहलाता है, जहां उस चैनल को कंपनी द्वारा कमीशन मिल जाती है जैसे जैसे व्यूज बढ़ते है कमीशन भी बढ़ता चला जाता है जैसे 1 मिलियन के व्यूज में 68 प्रतिशत तक कमीशन प्राप्त कर सकते हैं। यूट्यूब मार्केटिंग से इंफ्लुएंसर हर महीने लाखों रुपये कमा रहे हैं।
- एप मार्केटिंग : भारत में जितनी कंपनियां हैं उतने ही एप भी बनते जा रहे है आज के समय में हर कंपनी का अपना एक एप बाजार में आ चुका है। जिनके जरिए ही मार्केटिंग की जा रही है। जैसे फ्लिपकार्ट, स्टारबक्स, नाइकी, स्पॉटीफाई को भी देख सकते हैं। जो अपने उत्पाद, सेवा के अपडेट, फीचर एवं ऑफर उपलब्ध कराकर कस्टमर तक कंपनी की पहुंच बढ़ाते हैं। एप मार्केटिंग मैनेज करने वाले की मासिक आय 50 से 70 हजार रुपये है।
- पे पर क्लिक : यह एक ऐसी डिजिटल विज्ञापन प्रणाली है जहां एडवरटाइजर को पैसे देने पड़ते है हर क्लिक पर, इसे सरल भाषा में समझें तो जितना ट्रैफिक वेबसाइट पर आता है और दिखाए गए विज्ञापन पर जितने क्लिक होते है उसी के अनुसार तय पैसे एडवरटाइजर को प्राप्त होते हैं। गूगल एडवर्ड इसका अच्छा उदाहरण है। पे पर क्लिक एक्सपर्ट की औसतन सैलरी 25 हजार रुपये प्रति माह है।
- कंटेंट मार्केटिंग : प्रोडक्ट, सेवा एवं व्यापार को कंटेंट के जरिये प्रमोट करना कंटेंट मार्केटिंग कहलाता है, कंटेंट में वीडियो, इमेज, पॉडकास्ट, ब्लॉग राइटिंग, आर्टिकल राइटिंग का प्रयोग कर ट्रैफिक जनरेट किया जाता है और पैसे कमाए जाते हैं लेकिन इसके लिए डिजिटल मार्केटिंग के टूल्स अच्छी तरह पता होने चाहिए। प्रतिदिन अच्छा कंटेंट डालने पर ही वेबसाइट में ट्रैफिक जनरेट किया जा सकता है। इसीलिए आज के दौर में कंटेंट मार्केटर की भारी डिमांड है, इस क्षेत्र में कंटेंट राइटर एकेडेमिक्स, कॉपी राइटिंग, एडिटिंग, प्रूफ रीडिंग जैसे जॉब प्रोफाइल में जा सकते है जहां 4-5 लाख रुपये सालाना कमा सकते हैं।